कलेक्टर ने किया आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण, स्वच्छता और शिक्षा व्यवस्था का लिया जायजा

 

आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों के वजन एवं ऊँचाई की जाँच कराकर कुपोषण मुक्ति हेतु किए जा रहे उपायों का जायजा लिया

 

गरियाबंद :-   कलेक्टर श्री बी.एस. उइके ने आज जिला मुख्यालय गरियाबंद के समीपस्थ ग्राम डोंगरीगांव एवं गरियाबंद के डाक बंगला के जीर्णोद्धार आंगनबाड़ी केन्द्रों और सखी वन स्टॉप सेंटर, किशोर न्याय बोर्ड तथा बाल कल्याण समिति का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अशोक पाण्डेय ने बताया कि जिले के 12 आंगनबाड़ी केन्द्रों को एक्शन अगेंस्ट हंगर द्वारा जीर्णोद्धार किया गया है। जो कि फ्रांस की एक वैश्विक मानवतावादी संगठन है। यह संगठन कुपोषित बच्चों की मदद करता है और समुदायों को सुरक्षित पानी और भूख के स्थायी समाधान तक पहुंच प्रदान करता है।

कलेक्टर श्री उइके ने आंगनबाड़ी केन्द्र डोंगरीगांव एवं डाकबंगला का निरीक्षण करते हुए सामग्रियों को व्यवस्थित रखने के निर्देश दिये। इस दौरान रसोई कक्ष, सामग्री कक्ष का भी अवलोकन किया। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को दिए जाने वाले पौष्टिक भोजन, स्वच्छता और शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों की साफ-सफाई का अवलोकन किया और बच्चों से बातचीत कर उनका परिचय लिया और उन्हें चार्ट में लगे फलों सब्जियों, आकृतियों एवं फूलों के नाम भी पूछे और चॉकलेट भी बांटी। कलेक्टर ने रेडी-टू-ईट फूड की गुणवत्ता का निरीक्षण किया और इसे स्वच्छता के साथ समय पर बच्चों को परोसने के निर्देश दिए। उन्होंने सहायिकाओं को बच्चों को शौचालय उपयोग करने और स्वच्छता के महत्व को समझाने के लिए प्रेरित किया।

इस दौरान कलेक्टर ने निर्धारित मेन्यू के अनुसार आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों को प्रतिदिन प्रदान की जाने वाली भोजन एवं नाश्ते के संबंध मंे भी जानकारी ली। इस मौके पर उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र के बच्चों के वजन एवं ऊँचाई की जाँच कराकर कुपोषण मुक्ति हेतु किए जा रहे उपायों का जायजा लिया। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षक से आंगनबाड़ी केन्द्र में कुपोषित बच्चों की कुल संख्या तथा कुपोषण दूर करने हेतु किए जा रहे उपायोें के फलस्वरूप वर्तमान में सामान्य श्रेणी में आने वाले बच्चों की संख्या के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराने तथा उन्हें नियमित रूप से पौष्टिक भोजन, नाश्ता इत्यादि प्रदान कर बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने हेतु जरूरी उपाय सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने टीकाकरण, और स्वास्थ्य जांच की स्थिति की जानकारी ली। केंद्र के भंडार कक्ष में रखे रेडी-टू-ईट फूड के पैकेटों को सावधानीपूर्वक और सुरक्षित रखने और आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका लगाने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने सखी वन स्टॉप सेंटर, किशोर न्याय बोर्ड तथा बाल कल्याण समिति के निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारियों से प्रकरणों की जानकारी लेते हुए प्रकरणों का शीघ्र निपटारा करने के निर्देश दिये।

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