छुरा ब्लाक मे अधिकारी राज का जीता जागता उदहारण पात्र सूची में नाम होने के बाद भी पट्टा के लिये 5 साल से लगा रहा सरकारी दफ्तर का चक़्कर, विधायक मंत्री बंगले मे फरियाद से नहीं मिली कोई राहत
विधायक जनदर्शन व राजस्व मंत्री को मजदूर ने दिया आवेदन पर वहा से भी नहीं मिली कोई राहत अब सुसासन तिहार समाधान शिविर पर टिकी मजदूर कि नजर क्या साय सरकार के सुसासन मे मिल पायेगा मजदूर को न्याय या फिर और करना पड़ेगा और इंतजार बडा सवाल ?
छुरा :- कहा जाता है कि देर से किया गया न्याय भी अन्याय होता है, यह कहावत फीट बैठ रहा है छुरा नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 04 निवासी गरीब अंत्योदय परिवार के मजदूर ईश्वर लाल सिन्हा पर उनकी कहानी ये बया कर रहा है कि गरीब मजदूर को शासन द्वारा दिये जाने वाले योजना का लाभ आसानी से मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं है समय समय पर सरकार भले ही मजबूर मजदूर असहाय गरीब परिवार के लिये जनकल्याणकारी योजना निकालती है लेकिन सरकारी दफ्तर मे बैठे अधिकारी के अड़ियल रवैये से उन योजनाओं का लाभ गरीबो को इतनी आसानी से नहीं मिल पाता है उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा वर्ष 2020 में राजीव गांधी आश्रय योजना पट्टा वितरण योजना चल रहा था जिसमे पात्र लोगो को पट्टा वितरण किया जाना था छुरा नगर के पात्र लोगो को भी योजना का लाभ दिलाने नगर में सर्वे कराया गया था सर्वे के पश्चात पात्र अपात्र सूची जारी हुई जिसमे वार्ड क्रमांक 04 निवासी ईश्वर लाल सिन्हा पिता रूपसिंह सिन्हा का नाम भी पात्र सूची में था नगर में सबको पट्टा वितरण हो गया लेकिन ईश्वर लाल सिन्हा को पट्टा नहीं मिला। इस योजना मे पात्र होने के बाद भी पट्टा नहीं मिलने पर मायुश मजदूर ईश्वर लाल सिन्हा ने तहसील कार्यालय से गुहार लगाई तहसील मे भी कोई सुनवाई नहीं होने पर ईश्वर लाल ने गरियाबंद कलेक्टर जनदर्शन में तीन बार आवेदन करने के बाद ईश्वर लाल को एक आशा कि किरण नजर आई उन्हें लगा अब उन्हें न्याय मिल जायेगा क्युकी कलेक्टर जनदर्शन मे दिये गये आवेदन के बाद छुरा अनुविभागीय अधिकारी द्वारा तहसीलदार को जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने निर्देश दिया गया पटवारी एवं नगर पंचायत द्वारा जांच प्रतिवेदन व पंचनामा बना कर दिया गया जिसमे ईश्वर लाल सिन्हा को पात्र पाया बताया गया लेकिन उसके बावजूद भी तात्कालिक अनुविभागीय अधिकारी भूपेंद्र साहू द्वारा निरंतर पट्टा देने के बात कह कर लगारार घुमाया गया और पट्टा नही दिया गया । उसी दौरान अनुविभागीय अधिकारी भूपेंद्र साहू का स्थानांतरण हो गया।नए अनुविभागीय अधिकारी के आने के बाद फिर ईश्वर लाल सिन्हा ने कलेक्ट्रेट जनदर्शन में फिर आवेदन लगाया फिर भी आज पर्यंत 5 वर्ष बीत जाने के बाद भी पट्टा नहीं मिल पाया ह । ईश्वर लाल सिन्हा गरीब व्यक्ति हैं उसका मकान भी कच्चा एवं जर्जर है प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए ईश्वर लाल सिन्हा द्वारा आवेदन किया गया लेकिन पट्टा नही होने के चलते हर बार उनका आवेदन वापस कर दिया जाता है।
न्याय पाने दर दर भटकते मजदूर कि चप्पल घिस गई पर नहीं मिला न्याय
विधायक जनदर्शन व राजस्व मंत्री तक पहुंचा लेकिन मजदूर को नहीं मिला न्याय ?
ईश्वर लाल सिन्हा ने बताया कि अपनी इस समस्या का समाधान के लिये उन्होंने 4 बार विधायक निवास तथा 2 बार छुरा के विधायक जन दर्शन तथा राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा के निवास में भी अर्जी लगाई लेकिन कही से उन्हें कोई मदद नहीं मिली,
कलेक्टर , एस डी. एम, तहसीलदार एवं जनप्रतिनिधियो के पास जाने पर सिर्फ यही कहा जाता है कि आपका दस्तावेज सही है आपको पट्टा मिलना चाहिए, उसके बावजूद आज तक कोई परिणाम नहीं निकला जिससे ईश्वर लाल सिन्हा मानसिक रूप से बहुत परेशान है उन्होंने को बताया कि प्रशासन के इस भेदभाव पूर्ण रवैया से वे पूरी तरह से टूट चुके है उनके साथ किसी भी तरह के अप्रिय घटनाओं के लिए शासन प्रशासन जिम्मेदार होगी।अब उन्हे राज्य सरकार के द्वारा चलाए जा रहे सुशासन तिहार से आखिरी उम्मीदें है देखना है कि विष्णुदेव सरकार द्वारा जनता के समाधान शिविर मे उन्हें न्याय मिल पायेगा या फिर उनकी समस्या न्याय पाने उन्हें और शासकीय कार्यालयों का चक़्कर काटना पड़ेगा ?
R T i से मिली दस्तावेज मे लिखा है पात्र
सुचना के अधिकार के तहत निकाली गई जानकारी मे ईश्वर लाल सिन्हा को पट्टा के लिये पात्र बताया गया है लेकिन फिर भी उन्हें पट्टा नहीं मिलना सरकारी सिस्टम कि लापरवाह प्रणाली का जीता जागता उदहारण है!