वन अधिकार पट्टे के आड़ मे वनो का विनाश मे लगे , बस्तर पखांजूर के दो ट्रेक्टर पर हुई, जब्त हो सकती है राजसात कि कार्यवाही,

वन कर्मचारी के संरक्षण मे चल रहा था वन भूमि पर ट्रेक्टर , मिडिया कर्मियों दखल से हुई कार्यवाही

छुरा :- वन अधिकार पट्टे के आड़ मे अंचल के वनो का विनाश जारी है जिस तेजी से वनो पर अवैध अतिक्रमण चल रहा उससे वह दिन दूर नहीं ज़ब नगर से लगे जंगल मैदान मे तब्दील हो जायेगा, पट्टे के आड़ मे चल रहे वनो के लगातार विनाश से जंगली जानवरो पर खतरा मंडराने लगा है लगातार घटते वन से जहा पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है तो वही जंगली जानवरो को प्यास बुझाने जल स्रोत मे भी कमी हो रही है और यही कारण है कि अब जंगली जानवर अपनी प्यास बुझाने जंगल से लगे गांव कि तरफ रुख कर रहे है वन अधिकार पट्टे कि आड़ मे चल रहे वनो का विनाश रोकना वन विभाग के लिये बड़ी चुनौती बन चुकी हैं वन भूमि को तहस नहस करने का ठेका इन दिनों बस्तर पंखाजूर से आये प्लाऊ ट्रेक्टर वालो ने ले रखी है अधिकतर जंगल से लगे वन क्षेत्र मे इन दिनों पखांजूर से आये ट्रेक्टर मालिक वनकर्मी के संरक्षण मे वन भूमि पर बेखौफ़ होकर ट्रेक्टर चला रहे है, मंगलवार को छुरा वन परिक्षेत्र मोंगरा बिट के डोंगरीपाली के गांव से लगे जंगल मे मिडिया कर्मी के सुचना पर वन विभाग के द्वारा वन अधिकार पट्टे के आड़ मे वन भूमि पर बस्तर पखांजूर के ट्रेक्टर पलाऊ से खेत बना रहे दो ट्रेक्टर को जब्त किया, ज़ब मिडिया कर्मियों को वन भूमि पर ट्रेक्टर चलाने कि सुचना मिलने पर वहा पहुँचे तो जिस वन भूमि पर ट्रेक्टर चल रहा था वहा चरौदा वन जांच नाका मे पदस्थ कर्मचारी खड़ा था लेकिन ज़ब मिडिया कि टीम वहा पहुंची तो वन कर्मचारी मिडिया कर्मियों को देखकर भागने लगा मिडिया कर्मियों के द्वारा आवाज देने के बाद भी कर्मचारी वहा से भाग गया जिसके बाद मिडिया कर्मियों द्वारा ट्रेक्टर चालक और ट्रेक्टर मुंशी से वन विभाग के चपरासी का आने का कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वन विभाग चपरासी वन भूमि पर ट्रेक्टर द्वारा खेत बनाने के एवज मर वन विभाग के फारेस्ट गार्ड साहब के लिये पैसा वसूली मे आया था, मिडिया कर्मियों ने ज़ब चरौदा के फारेस्ट गार्ड जोशी को फोन लगाया गया तब फारेस्ट गार्ड जोशी ने पहली बार फोन नहीं उठाया फिर दूसरी बार फोन लगाने पर फारेस्ट गार्ड द्वारा फोन स्विच आफ कर दिया गया जिसके बाद मामले कि जानकारी मिडिया कर्मियों के द्वारा वन परिक्षेत्र अधिकारी छुरा धीरेन्द्र साहू को फोन से दी गई तब उन्होंने जगह का लोकेशन मांग कर अपने वन कर्मियों को भेजा, लेकिन वन कर्मियों के आने तक ग्रामीणों के द्वारा मिडिया कर्मियों के साथ बहस करते हुए अपने वन अधिकार कि भूमि पर वन विभाग से परमिशन लेकर खेत बनाने कि बात कहते हुए

 

ट्रेक्टर को वहा से हटा दिया गया जबकि वन परिक्षेत्र अधिकारी छुरा ने बताया कि वन विभाग द्वारा किसी भी किसान को वन अधिकार पट्टे पर खेत बनाने कि अनुमति नहीं दी गई है, जिसके बाद दूसरे दिन डोंगरीपाली के किसान गांव कि महिलाओ को लेकर वन विभाग कार्यालय पहुंचकर ट्रेक्टर को छोड़ने कि मांग करने लगे साथ ही किसानो ने मिडिया कर्मियों द्वारा 50,000 हजार रूपये माँगने कि झूठी शिकायत करने लगे जबकि मिडिया कर्मियों के पास खेत के पास किसान और ट्रेक्टर चलाने से बात करने के दौरान का सारा वीडियो बनाया गया है जिसमे मिडिया कर्मियों के द्वारा किसान व ट्रेक्टर चालक से पैसा लेन देंन कि बात से साफ इंकार किया गया,

 


*छुरा के छूट भैया नेताओं ने रची मिडिया कर्मियों को बदनाम करने कि साजिश*

नगर के छूट भैया नेताओं के द्वारा ज़ब देखा गया कि ग्रामीण वन विभाग कार्यालय पहुँचे है तब छुरा के कुछ छूट भैया नेता वहा पहुंच कर ग्रामीणों को बरगला कर अपने साथ टायपिंग दुकान ले जाकर मिडिया को बदनाम को बदनाम करने झूठा आवेदन बनवाया गया जिसमे दो मिडिया कर्मियों का नाम दर्शा कर ट्रेक्टर चलवाने के एवज मे 50,000 पचास हजार रूपये कि मांग करने कि बात लिखी गई जबकि मिडिया कर्मियों के पास पूरा घटना क्रम का वीडियो फुटेज मौजूद है,

*मामले मे क्या कहते है वन परिक्षेत्र अधिकारी*

छुरा वन परिक्षेत्र अधिकारी धीरेन्द्र साहू पकड़े गये ट्रेक्टर के संबंध मे जानकारी माँगने पर उन्होने बताया कि जहा पर दो ट्रेक्टर को जब्त किया गया है उस वन अधिकार भूमि पर ट्रेक्टर से खेत बनाने वन विभाग द्वारा ट्रेक्टर से खेत बनाने किसी प्रकार का अनुमति प्रदान नहीं किया गया है साथ ही जिस जमीन पर ट्रेक्टर प्लाऊ से खेत बनाया गया है वह जमीन वन भूमि है जिसका पट्टा नहीं दिया गया है मामले मे जांच कार्यवाही जारी है जांच पूरी होने के बाद दोनों ट्रेक्टर कि राजसात कि कार्यवाही कि जायेगी!

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