सीकासार के मुद्दे पर मुरलीधर सिन्हा के बयान को अमर्यादित बताया कांग्रेसी नेताओं ने
गरियाबंद :- एक भी आम चुनाव नहीं जीत सकते मुरलीधर, संगठन की कृपा पात्र बन जनप्रतिनिधि का चोला चढ़ाये रखने बड़े नेताओं के खिलाफ बोलना इनकी मजबूरी है ।सीकासार का मुद्दे पर मुरलीधर सिन्हा के बयान को अमर्यादित बताया कांग्रेसी नेताओं ने।
भाजपा नेता मुरलीधर सिन्हा द्वारा बीते दिनों अमितेश शुक्ल पर मीडिया के माध्यम से किए टिप्पणी कांग्रेसी नेताओ ने आपत्ति जताया है।
… ने कहा कि सिकासेर जलाशय के पानी दूसरे जिले ले जाने की योजना का अधूरा ज्ञान है।…ने कहा कि मुरली योजना की पुरी जानकारी ले ले।कांग्रेसी प्रेम सोनवानी, राजेश साहू, छगन यादव ,सनी मेमन अशोक जगत ,मुकेश पांडे योगेश बघेल,पुनाराम यादव ने संयुक्त रूप से प्रेस व्यक्ति जारी कर बताया कि मुरली धर सिन्हा आज तक एक भी आम चुनाव नहीं जीत पाए हैं।विपक्ष के बड़े नेताओं को टारगेट कर अपने संगठन में हाइलाइट रहने की आदत है।इससे उन्हें फायदा भी मिलता है।मनोनीत पद लेकर जनप्रतिनिधि का चोला चढ़ाए रखते हैं।ऐसे में
उनके द्वारा कई बार सीधे जनता से निर्वाचित होकर प्रदेश के सर्वोच्च पंचायत में जनप्रतिनिधि बनने वाले अमितेश शुक्ल के लिए मर्यादित टिप्पणी शोभा नहीं देता।राजिम के विकास में शुक्ल परिवार के किए कार्य को राजिम क्षेत्र की जनता कभी नहीं भुला सकती।गरियाबंद में बैठ कर इसका आंकलन लगाया नहीं जा सकता।
चुनाव में हार जीत लगा रहता है,इसका यह मायने नहीं लगाना चाहिए कि जनता नकार दिया है। सिकासेर जल का मुद्दा अमितेश शुक्ल के व्यक्तिगत नहीं है।क्षेत्र के किसानों की भावना है।जो समय आने पर वृहद आंदोलन के रूप में सड़को पर दिखेगा। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि मुरली धर को अपने नेताओं को नसीहत देना चाहिए।महासमुंद के नेताओं की इच्छा पूर्ति के लिए राजिम क्षेत्र की किसानों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
नेताओं ने कहा कि हमारे कांग्रेस के प्रतिष्ठित नेता के लिए किए गए अमर्यादित टिप्पणी के लिए मुरली धर सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए।कहा कि राजनीतिक बयान बाजी देना ठीक है लेकिन एक मर्यादा में रहकर देना चाहिए।सहकारिता क्षेत्र के नेता बताने वाले मुरलीधर को पहले राजिम क्षेत्र के किसानों की मनोभावना जानना चाहिए।
कांग्रेसियों ने योजना के बारे में बताया कि 1977में निर्मित शिकासार बांध को महासमुंद के कोडार बांध से जोड़ा जाना है। इस योजना में ना केवल एक बांध को दूसरे बांध से जोड़ना है बल्कि नहरों को भी जोड़ा जाना है।इससे शिकासार के मूल सिंचाई क्षमता में असर पड़ेगा।निर्धारित रूपांकित इलाके में सिंचाई पहले से कम हो पाएगी।कांग्रेसी नेताओ ने बताया कि बरसात के दिनों में जब भारी वर्षा होता है तभी यहां से उलट के माध्यम से अतरिक्त पानी छोड़ दिया जाता है।सिंचाई की आवश्यकता रवि के फसल में ज्यादा रहती है,उस समय अतरिक्त बहाव का सवाल ही नहीं उठता।मुरली जा कर सिंचाई के सरकारी रिकॉर्ड का अध्ययन करें।रवि के फसल में प्रति वर्ष सिंचाई क्षमता घटते गया है।
रोहित को हारने की भविष्यवाणी करने वाले आज रोहित के कंधे का इस्तेमाल कर रहे_मुरली की टिप्पणी पर आक्रोशित कांग्रेसियों कहा कि बीते विधान सभा में राजिम के टिकट वितरण के समय के विवाद को याद दिलाया।बताया कि रोहित साहू को हारने की दुहाई देते देते जिनका मुंह का पानी सुख जाता था आज रोहित के कंधे का इस्तेमाल कर रहे है।ऐसे लोगों की बातों में कितनी सच्चाई है,इनके नेतागिरी का स्तर क्या है ये जनता व संगठन सब जानती है।कहा कि सुर्खियों में बने रहने के लिए अपने से बड़े नेताओं पर टिप्पणी करने की इस कला को दोगलापन कहते है ।