कलेक्टर साहब के आदेश की उडी धज्जिया,जनप्रतिनिधिओ के शिकायत के बाद हटाये गये एस. डी. ओ. का कुर्सी प्रेम बरकरार, फिर से शिकायत का दौर शुरू
मैनपुर। आदेश जारी हुए पूरा एक हफ्ता बीत गया, लेकिन हटाए गए एस.डी.ओ. उत्तम चौधरी अब तक कुर्सी नहीं छोड़ रहे। नए एस.डी.ओ. गुप्तेश्वर साहू को प्रभार न सौंपने से पंचायतों के निर्माण कार्य पूरी तरह ठप हो गए हैं। करोड़ों के स्टीमेट और सत्यापन फाइलों पर ताले लटक गए हैं। जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि हटाए गए अफसर जबरन कुर्सी से चिपके बैठे हैं और खुलेआम कलेक्टर के आदेश की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों में गुस्सा फूटा
जनपद की सामान्य सभा में यह मुद्दा गरज-बरस कर उठा। सदस्यों ने कहा – “जब आदेश साफ है तो फिर यह अफसर किसके दम पर कुर्सी नहीं छोड़ रहा? क्या प्रशासन की पकड़ ढीली है या दबाव किसी और का है?” बैठक में आम सहमति बनी कि अगर हालात यूं ही रहे तो जनप्रतिनिधि कामकाज रोककर सड़कों पर उतरेंगे।
सरपंच संघ का अल्टीमेटम
सरपंच संघ ने बेहद सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि “एक हफ्ते से नया एस.डी.ओ. प्रभार का इंतजार कर रहा है और पुराना अफसर आदेश को धता बता रहा है। अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे।” संघ ने चेतावनी दी कि अगर तुरंत प्रभार हस्तांतरण नहीं हुआ तो “सभी सरपंच-सचिव तालेबंदी कर कामकाज ठप कर देंगे।”
शिकायत लेकर पहुंचेंगे जिला सी.ई.ओ. और कलेक्टर तक
कल जिला सी.ई.ओ. मैनपुर दौरे पर रहेंगे। सरपंच संघ और जनप्रतिनिधि उनका घेराव कर शिकायत सौंपेंगे। साथ ही गरियाबंद जाकर कलेक्टर को भी अवगत कराएंगे। प्रतिनिधियों ने साफ कर दिया है – “अगर वहां भी कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन की राह पकड़ना तय है।”
गांव-गांव में गूंजा सवाल
आमजन भी पूछ रहे हैं –
“क्या कलेक्टर के आदेश की अब कोई कीमत नहीं?”
“क्या हटाए गए अफसर राजनीतिक संरक्षण में कुर्सी पर जमे हैं?”
“जनता के काम आखिर कब तक बंधक बने रहेंगे?”
मैनपुर का माहौल अब पूरी तरह गरमा गया है। प्रशासन अगर तुरंत ठोस कदम नहीं उठाता तो आने वाले दिनों में जनपद से लेकर जिला मुख्यालय तक बड़ा आंदोलन खड़ा होना तय है।